Sunday, August 6, 2017

कुछ इंसानो की फितरत




मानव जीवन के लिए पैसा इतना महत्वपूर्ण किरदार निभाता है, की एक परिपक्वा इंसान भी बिन पैसे के अपरिपक्वा नजर आने लगता है दूसरों की निगाहों में , परन्तु वह ये भूल जाता है की जो वो समझ रहा है
शायद वो उसकी नजर में भी उतना ही अपरिपक्वा है जितना वो दूसरों को समझ रहा है।

खैर दुनियां की ये पुराणी आदतों  में  सुमार है की , आदमी अपनी कमियों को नजर अंदाज करके दूसरे इंसान
की कमियों की तरफ ज्यादह धयान देता है और उसे निचा दिखाने  का भरसक प्रयास करता है.

और सबसे मजे की बात तो ये है की, आज कल जो वयक्ति चापलूसी करता है वो हर जगह कामयाब
हो जाता है परन्तु जिसकी चमचा गिरी करता वो ये समझने में भूल कर बैठता है की सच क्या है और
क्या दिखाया जा रहा है.

लेकिन समझदारी तो इसी में है की जो आप के साथ रहकर हमेशा आपको  मख्खन लगाए वो अपना और सिर्फ अपना ही फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा कर रहा है , इससे आपका नुक्सान होने वाला है.

पर सभी ऐसे नहीं होते कुछ लोग समझदार होते है और वो चमचो को समझकर बूझकर  उन्हें मजा चखाने मे देर नहीं लगाते.