हिन्दुस्तान में मुसलमानो के पिछड़ेपन का सबसे बड़ा कारण शिक्षा और शिक्षा के
संसाधनो में कमी का होना है।
इसका सबसे बड़ा उदाहरण है हिन्दुस्तान के अधिकतर विद्यालयों में उर्दू अध्यापको का न होना।
आज जरूत इस बात की है की अगर सरकार मुसलमानो को देश की मुख्य धारा में लाना चाहती है ,
तो सबसे पहले मुसलमानो के शिक्षा के लिए ठोस कदम उठाए।
क्योंकि देश का विकाश तभी संभव है जब सबका विकाश होगा।
No comments:
Post a Comment