लेकिन अगर धर्मान्तरण छल , कपट ,लालच और जबरन कराया
गया है तो यह अनुचित , संविधान के विरुद्ध है। साथ ही
धर्म का अनादर भी कयोकि अगर किसी का धर्म हिन्दू से मुसलमान जबरन
कराया गया हो तो क्या वो व्यक्ति मस्ज़िद जाकर दिल से नमाज पढ़ पाएगा ?
बिलकुल नहीं। इसी प्रकार अगर किसी मुसलमान को जबरन
हिन्दू बनाया गया हो तो क्या वह व्यक्ति मंदिर जाकर दिल से पूजा
करेगा ? नहीं।
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