जिंदगी एक सफ़र
Tuesday, April 30, 2013
जिंदगी ने नहीं अपनों ने सताया है
खुदा ने नहीं अपनों ने रुलाया है
तुम सताओगे तो नई बात न होगी
जाने रब ने मुझे तुम से क्यों मिलाया है
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