वक़्त गुजरता गया इन्हीं दिनों सन 2003 में रोशन की तबियत बहुत ज्यादा ख़राब हो गयी .....ये बात मैंने ग्यास भैया और
निसार भैया को बताया ....एक हफ्ते तक लोकल डॉक्टर से इलाज चलता रहा ....लेकिन तबियत सुधरने के बजाये और बिगर गयी .....बड़ी मिन्नत करने पर ग्यास भैया ने रोशन को जीवन हस्पताल में भारती करवाया ......कुछ हालत में सुधार होने पर हस्पताल से छुट्टी मिल गयी .....उन दिनों मेरी कमाई बहुत कम थी ....फिर भी जो इलाज पे ग्यास भैया का पैसा खर्च हुआ मैंने धीरे धीरे सारा पैसा वापिस ग्यास भैया को दे दिया ....और फिर रोशन का इलाज गाँव में ही रखकर बिक्रम के एक अच्छे डॉक्टर से करवाया .....हालत में सुधर न देखकर रोशन को वापिस दिल्ली ले आया और सफदरजंग हस्पताल में दिखाया फिर इस तरह से रोशन की सेहत में सुधार आने लगा और अब बिलकुल ठीक हो गयी .....डॉक्टर की रिपोर्ट के मुताबिक रोशन के पेट में इन्फेक्शन हो गया था ...
आज दस साल बाद ये बात !!! अब कैसे हैं रोशन?
ReplyDeleteBilkul thik...un dino ki yaad aa rahi thi so likh diya !!!
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