Tuesday, October 26, 2010


मेरा जवाब सुनकर उन्होंने मुझे अपने घर में मेहमान नवाजी का प्रस्ताव रख दिया ......
मैं फिर एक पल हो खामोश रहा फिर ......उन्होंने मुझसे मुखातिब होकर कहा के .... लगता है आप घबरा रहे है.... इसपर मैंने जवाब दिया .... नहीं अगर आप चाहते है तो अवस्य मैं आप के यहाँ मेहमान बनकर रुक सकता हु और वैसे भी मेरा एक्जाम सिर्फ एक दिन का ही है ...... इस पर उन्होंने ने कहा के कमसे कम आप दो दिन रुकें.....

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